2 करोड़ 20 लाख से बनेगा तिलवाड़ा में घुड़दौड़ पवेलियन

 





2 करोड़ 20 लाख से बनेगा तिलवाड़ा में घुड़दौड़ पवेलियन 

Horse racing pavilion will be built in Tilwara with 2 crore 20 lakhs

 बालोतरा:  भारत प्रसिद्ध मल्लीनाथ पशु मेला तिलवाड़ा के विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से 2 करोड़ 20 लाख का बजट स्वीकृत किया गया है। इसमें घुड़दौड़ पवेलियन का निर्माण करवाया जाएगा। अभी मेले के घुड़दौड़ मैदान में 30 मीटर में पवेलियन बना हुआ है। स्वीकृत राशि पर 90 मीटर लंबाई में पवेलियन का और निर्माण किया जाएगा। यहां कुल 120 मीटर पवेलियन पर टिन शेड बनाया जाएगा। साथ ही 60 गुना 20 फीट लंबाई-चौड़ाई में एक बैठक हॉल व एक टॉयलेट ब्लॉक का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए शीघ्र ही टेंडर जारी किए जाएंगे।

मल्लीनाथ पशु मेला तिलवाड़ा एक नजर में 

रावल श्री मल्लीनाथ पशु घोड़ा मेला (बालोतरा घोड़ा मेला) भारत के प्रमुख घोड़ा मेले में से एक है।  यह होली के बाद 11वें दिन ( ग्यारस) को  राजस्थान के बाड़मेर जिले में लूनी नदी के पास मरुगंगा के बेसिन पर ग्राम तिलवाड़ा बालोतरा, में आयोजित किया जाता है।

 यह पशु मेला 700 साल पुराना पारंपरिक राजस्थानी मेला है, जो मालानी प्रांत के संत शासक रावल श्री मल्लीनाथ जी की स्मृति में हर साल आयोजित किया जाता है ।

 यह मेला लोगों के बीच विभिन्न नामों से लोकप्रिय है, बालोतरा घोड़ा मेला, चैत्री मेला, तिलवाड़ा माला, श्री मल्लीनाथ पशु मेला तिलवाड़ा।

 लूनी नदी बेसिन में हर साल देश के विभिन्न राज्यों से हजारों पशु व्यापारी, पशुपालक, दुकानदार, कारीगर और ग्रामीण लोग भाग लेते हैं।

 यह विशेष रूप से मारवाड़ी, सिंधी काठियावाड़ी, पंजाबी घोड़े की नस्लों के लिए विश्व का सबसे प्रसिद्ध पशु मेला है।

 इसके अलावा विभिन्न नस्ल के बैल, ऊँट और भैंसों को भी व्यापार के लिए लाया जाता है।

 यह मारवाड़ राजस्थान की एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है।




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